पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के शिक्षकों को बड़ी राहत देते हुए घोषणा की है कि स्पेशल टीचर्स अपने वर्तमान स्कूलों में ही सेवा देंगे। यह ऐलान उन्होंने पटना में आयोजित एक समारोह के दौरान किया, जहां 1,14,138 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए।
शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम
इस कार्यक्रम में 98,349 प्राथमिक शिक्षक, 12,524 माध्यमिक शिक्षक, और 3,265 उच्च माध्यमिक शिक्षक, जिन्होंने दक्षता परीक्षा पास की थी, को विशेष शिक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र सौंपा गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्वयं 200 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देकर इस ऐतिहासिक पहल का शुभारंभ किया।
तबादले की चिंता पर विराम
शिक्षकों में नए पदस्थापन को लेकर बनी आशंकाओं को दूर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,
“हमने यह फैसला किया है कि नियुक्त शिक्षक वहीं कार्य करेंगे, जहां वे वर्तमान में कार्यरत हैं। इससे स्थिरता बनी रहेगी और शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता में सुधार होगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि महिला और पुरुष शिक्षकों के अलग-अलग पोस्टिंग को लेकर जो चिंताएं थीं, उन्हें भी दूर कर दिया गया है।
शिक्षा में सुधार की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम के दौरान अपनी सरकार की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने नवंबर 2005 में सत्ता संभालने के तुरंत बाद शिक्षा में सुधार के प्रयास शुरू किए थे।
“हमने 2006 से शिक्षा में सुधार की दिशा में काम शुरू किया। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि अब नियुक्त शिक्षकों को दक्षता परीक्षा पास करने के बाद नियुक्त किया गया है,” मुख्यमंत्री ने कहा।
बिहार में शिक्षा की दिशा में एक नई शुरुआत
इस ऐतिहासिक पहल के साथ, राज्य सरकार ने न केवल शिक्षकों की चिंताओं को दूर किया है, बल्कि शिक्षा क्षेत्र में स्थायित्व और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की ओर भी बड़ा कदम उठाया है।
SEO के लिए मुख्य कीवर्ड:
बिहार स्पेशल टीचर्स नियुक्ति, नीतीश कुमार शिक्षा सुधार, बिहार शिक्षकों के तबादले पर रोक, शिक्षक दक्षता परीक्षा 2024, बिहार में शिक्षा का विकास.